नई दिल्ली – अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में भारत को जेनोफोबिक (विदेशियों के प्रति अत्यधिक नापसंदगी या डर रखने वाला) बताया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय विदेश मंत्री ने बाइडन की टिप्पणी को खारिज कर दिया। जयशंकर ने बताया कि भारत विभिन्न समाज के लोगों का स्वागत करता है। यह देश मेहमाननवाजी के लिए जाना जाता है। एक साक्षात्कार में जयशंकर ने इस आरोप का भी खंडन किया कि भारत की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा पेश किया गया नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) यह दर्शाता है कि भारत हर समाज के लोगों का स्वागत करता है।
जयशंकर ने की पश्चिमी मीडिया की आलोचना
अमेरिका की यूनिवर्सिटी में जारी इस्राइल विरोधी प्रदर्शन पर भी जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इसके लिए पश्चिमी मीडिया की आलोचना की। उन्होंने कहा, “यहां एक विचारधारा से प्रेरित होकर रिपोर्टिंग की जा रही है, जो कि निष्पक्ष नहीं है।” उन्होंने कहा कि मीडिया का यह वर्ग वैश्विक परिप्रेक्ष्य को आकार देना चाहता है और भारत को निशाना बना रहा है।