देहरादून। सचिव मुख्यमंत्री डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम ने आज उत्तरकाशी में यमुनोत्री और गंगोत्री धाम की यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने पुलिस-प्रशासन को बिना पंजीकरण के धामों की यात्रा करने वालों को सख्ती से सीधा चेकिंग बैरियर से वापस भेजने के निर्देश दिए। सचिव मुख्यमंत्री एवं महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने आईटीबीपी मातली में जिले के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान सचिव मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा कंट्रोल रूम, आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम के फोन नम्बरों का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करें।सचिव मुख्यमंत्री ने यमुनोत्री धाम में बिना पंजीकरण के डंडी-कंडी, घोड़ा-खच्चरों के संचालन पर भी प्रभावी रोक लगाने एवं पंजीकरण तिथि से पहले और बाद में भी पंजीकरण को स्वीकार न करने के निर्देश दिए।
सचिव मुख्यमंत्री ने यात्रा रूट पर सुरक्षित और अतिरिक्त पार्किंग स्थल विकसित करने के भी निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर सड़क संकरी है, वहां 42 सीटर और बड़ी बसों को पहले रोक दें। ताकि जाम की स्थिति पैदा न हो। बैठक में जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने सुझाव दिया कि यमुनोत्री और गंगोत्री की धारण क्षमता और सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रियों की संख्या निर्धारित की जाए तो स्थिति सामान्य हो जाएगी। इससे न तो जाम लगेगा और न ही अन्य व्यवस्थाओं में समस्या होगी। बैठक के बाद सचिव डॉ.आर मीनाक्षी सुंदरम ने जिलाधिकारी डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट तथा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी और मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन के साथ हर्षिल, धराली, भैरवघाटी और गंगोत्री धाम की व्यवस्थाएं देखीं। इस दौरान उन्होंने तीर्थयात्रियों से बातचीत कर यात्रा का फीडबैक भी लिया। इस दौरान उन्होंने पांच गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों से मुलाकात कर तीर्थयात्रियों की व्यवस्था एवं अन्य समस्याओं पर बातचीत की। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल ने सचिव मुख्यमंत्री को बताया कि वह यात्रा व्यवस्था में पूरा सहयोग कर रहे हैं। बैठक मेंपुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एडीएम रज़ा अब्बास, एसडीएम डुंडा नवाजिश खालिक, सीएमओ डॉ. बी०एस०रावत, जनपद आपदा प्रबंधक अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित बीआरओ के कमांडर विवेक श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।