देहरादून। हिंदी में सर्वप्रथम डी.लिट. की उपाधि प्राप्त करने वाले डॉ पीतांबर बड़थ्वाल की जयंती के अवसर पर आज उत्तरांचल प्रेस क्लब में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ डॉ बड़थ्वाल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस दौरान प्रेस क्लब अध्यक्ष अजय राणा ने कहा कि उत्तराखंड के लैंसडाउन के पाली गांव में जन्मे पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल बचपन से ही साहित्यिक प्रवृत्ति वाले थे। अपने बाल्यकाल में ही उन्होंने अंबर नाम से कविताएं लिखनी शुरू कर दी थी। कानपुर में अपने छात्र जीवन के दौरान उन्होंने हिलमैन नामक अंग्रेजी मासिक पत्रिका का संपादन किया और इस पत्रिका के जरिए अपनी संपादकीय प्रतिभा भी प्रदर्शित की। बेहद कम आयु में ही डॉ बड़थ्वाल का निधन हो गया और साहित्य जगत ने एक बेहतरीन लेखक को खो दिया।
कार्यकारिणी सदस्य फहीम तन्हा और रामानुज ने कहा कि हिंदी जगत के शोधार्थियों और साहित्यकारों की जयंती और पुण्यतिथि पर प्रेस क्लब में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार शीशपाल गोसाई ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता से जुड़े उत्तराखंड के वरिष्ठ साहित्यकारों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और पत्रकारों की फोटो गैलरी प्रेस क्लब में स्थापित की जानी चाहिए।