देहरादून – शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का संयुक्त समिति ने निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांची। जांच के दौरान पाया गया कि के कार्यकर्ता मानकों का पालन प्लांट प्लांट प्रबंधन की ओर से नहीं किया गया। एसओ सेलाकुई ने प्लांट प्रबंधन को फटकार लगाने के साथ ही रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट को शासन प्रशासन में बैठे उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया जायेगा। वहीं, संयुक्त समिति ने प्लांट को हटाने की मांग की है।गरमी शुरू होते ही शीशमबाड़ा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट से दुर्गंध उठनी शुरू हो गई है। क्षेत्र में महामारी फैलने की आशंका भी लोगों को सताने लगी है। जिस पर नौ मार्च को पछुवादून संयुक्त समिति ने प्लांट पर प्रदर्शन किया था। तब एसओ सेलाकुई के हस्तक्षेप पर प्लांट प्रबंधन ने सुधार लाने की बात कही थी। लेकिन जब दुर्गंध और अधिक बढ़ गयी तब बुधवार को पछुवादून संयुक्त समिति ने एसओ सेलाकुई मनमोहन सिंह नेगी के साथ प्लांट का संयुक्त निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि प्लांट में न तो कैमिकल और दवाओं का छिड़काव किया गया और न ही प्लांट के मानकों के अनुरूप कोई भी कार्य किया गया है। बल्कि तमाम नियमों और मानकों की अवेहलना पायी गयी। इससे एसओ मनमोहन सिंह नेगी का पारा चढ़ गया। एसओ नेगी ने प्लांट के प्रबंधन को जमकर फटकार लगायी।एसओ ने प्लांट प्रबंधन ने नियम कानूनों और मानकों का पालन करने के निर्देश दिए। एसओ ने कहा कि प्लांट में पाई गयी तमाम कमियों की रिपोर्ट बनाकर शासन प्रशासन में बैठे उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। उधर, पछुवादून संयुक्त समिति के सदस्यों व पदाधिकारियों ने कहा कि वे अब प्लांट का ट्रीटमेंट नहीं चाहते बल्कि प्लांट को अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग करते हैं। कहा कि पूर्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी प्लांट को अन्यत्र शिफ्ट करने का आश्वासन दे चुके हैं। ऐसे में प्लांट को अन्यत्र शिफ्ट नहीं किया जाता तो व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जायेगा। संयुक्त समिति के प्रतिनिधि मंडल में अध्यक्ष चौतन्य अनिल गौड़, सचिव राज गंगसारी, कोषाध्यक्ष प्रेम लाल कोठारी, महामंत्री विनोद अग्रवाल, सहमहामंत्री विनय बंसल, सपना शर्मा, योगेश शर्मा, संजीव गुप्ता आदि मौजूद रहे।