देहरादून – मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों एवं सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। मुख्य सचिव ने कहा कि वीकेंड में श्रद्धालुओं के बढ़ने की सम्भावना है, इसके लिए समुचित व्यवस्थाएं पूर्व में ही सुनिश्चित कर ली जाएं। बिना पंजीकरण वाले यात्रियों को आगे जाने से रोका जाए साथ ही यात्रियों के रूकने के लिए उचित स्थानों पर टेंट सिटी का निर्माण किया जाए। उन्होंने कहा कि यात्रियों को ऐसी जगहों पर रोका जाए, जहां उनके रुकने के लिए व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जा सकें। ओवर चार्जिंग से प्रदेश की छवि खराब होती है, इसे रोकने के लिए कठोर कदम भी उठाए जाएं।
चारधाम यात्रा सुव्यवस्थित तरीके से चल सके इसके लिए राज्य आपदा प्रचालन केंद्र कंट्रोल रूम को एक्टिवेट कर दिया गया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को जिला आपदा परिचालन केंद्रों को भी एक्टिवेट कर चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम के रूप में प्रयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्गों में समुचित मात्रा में टॉयलेट विशेषकर महिला टॉयलेट एवं पेयजल की समुचित व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए मार्ग में ऑडियो संदेश के माध्यम से लगातार हेल्थ एडवाइजरी एवं अन्य जानकारियों का प्रसारण किया जाए। मुख्य सचिव ने परिवहन विभाग को यात्रा मार्ग में जाम की समस्या को दूर करने और कंजेशन को कम करने के लिए मालवाहक वाहनों को रात्रि के 10 बजे से प्रातः 4 बजे तक प्रतिबंधित समय में भी संचालन की अनुमति दिए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, सचिव परिवहन अरविन्द सिंह ह्यांकि सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चारधाम यात्रा से सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी उपस्थित रहे।