उर्जा संरक्षण दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्विट किया कि आइए हम ऊर्जा के सरंक्षण में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का संकल्प लें। ऊर्जा के अनावश्यक उपयोग को रोकें एवं अन्य लोगों को भी ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूक करे। ऊर्जा संसाधन सीमित हैं- भारत में दुनिया की आबादी 16% है और दुनिया के ऊर्जा संसाधनों का लगभग 1% भाग पाया जाता है। अधिकतर ऊर्जा स्रोतों को न तो पुन: उपयोग में लाया जा सकता है और न नवीनीकृत किया जा सकता है । गैर अक्षय ऊर्जा स्रोतों का ईंधन उपयोग में हिस्सा 80% है। इसीलिए ऐसा कहा गया है कि अगले 40 सालों में हमारे ऊर्जा के सभी स्त्रोत समाप्त हो सकते हैं। हम ऊर्जा की बचत करके अपने देश की बहुमूल्य मुद्रा की बचत करते हैं। लगभग 75 प्रतिशत अपनी जरूरतों का कच्चे तेल आयात से पूरा करते हैं। इस आयात का कुल मूल्य प्रति वर्ष भारतीय रुपयों में लगभग. 50,000 करोड़ रुपये तक होता है।