देहरादून। आज रविवार का दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संतों के सानिध्य में बिताया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद द्वारा आयोजित एक समारोह में सीएम को शाल ओढ़ाकर एवं प्रतीक चिन्ह गंगाजल भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया । मुख्यमंत्री ने संत समाज को संबोधित करते हुए कहा जूना अखाड़ा दुखहरण मंदिर और जूना अखाड़ा घाट का शीघ्र सुंदरीकरण किया जायेगा और यहां की धार्मिक मान्यताओं की स्थापना हेतु एक त्रिशूल लगाया जायेगा। मुख्यमंत्री ने देवस्थानम बोर्ड की चर्चा करते हुए कहा कि संतों एवं धार्मिक संगठनों द्वारा देवस्थानम बोर्ड को वापस लेने अथवा उसमें बदलाव लाने की मांग की जा रही है। हमरा निश्चित रूप से जो भी फैसला होगा, वह संतों की भावनाओं की अनुकूल होगा। लेकिन इस समय मुख्य सेवक के रूप में देवस्थानम बोर्ड को वापस लेने का निर्णय लिया गया। सी एम ने कहा कि जब हम उत्तराखंड की 25 वीं वर्षगांठ मनाएंगे तो भव्य आयोजन करेंगे। हम अगले 10 सालों का रोडमैप तैयार कर रहे हैं।
हमारा निर्णय संतों की भावनाओं के अनुकूल होगा -सी एम
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ,किच्छा विधायक राजेश शुक्ला एवं अनेक संत आदि उपस्थित थे।