नई दिल्ली – रूस-यूक्रेन युद्ध पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार ने यूक्रेन युद्ध में फंसे भारतीयों का मुद्दा रूस के सामने उठाया है। जयशंकर ने कहा कि “हमने इसे रूसी सरकार के साथ बहुत दृढ़ता से उठाया है और हम इन सभी लोगों को सुरक्षित भारत वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।”विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि कई भारतीयों को धोखे से पहले रूसी सेना में शामिल कराया गया और फिर उन्हें यूक्रेन के साथ जारी युद्ध में झोंक दिया गया। रूस में फंसे भारतीयों की रिहोई के लिए नई दिल्ली और मॉस्को के बीच बातचीत जारी है।
विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों से अपील की थी कि वे रूसी सेना में सहायक नौकरियों के लिए एजेंटों की तरफ से दिए गए प्रस्तावों के बहकावे में न आएं।इस भारतीयों में से 30 साल के मोहम्मद असफान की रूस-यूक्रेन युद्ध में मौत हो गई थी।मॉस्को में भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट कर असफान की मृत्यु की पुष्टि की थी, 23 साल के गुजरात के रहने वाले हेमल अश्विनभाई मंगुकिया की मौत के बाद असफान मारे जाने वाले दूसरे भारतीय थे। मंगुकिया की पिछले महीने डोनेट्स्क इलाके में सुरक्षा सहायक के रूप में सेवा करते समय यूक्रेनी हवाई हमले में मृत्यु हो गई थी।एस. जयशंकर का कहना है कि “मुझे लगता है कि उस मामले में हमने इसे रूसी सरकार के साथ बहुत दृढ़ता से उठाया है और हम इन सभी लोगों को सुरक्षित भारत वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।”