देहरादून – राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) के समक्ष एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया, हैदराबाद के प्रो0 श्रीनिवास चारी ने जल स्वच्छता और स्वच्छता में नवाचार कार्यक्रम‘वॉश’ के सम्बन्ध में वर्चुअल प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने नवाचार शिखर सम्मेलन और जल स्वच्छता और स्वच्छता पर प्रदर्शनी और उत्तराखण्ड में इसके अध्ययन, अनुसंधान और कार्यान्वयन की योजनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। ‘‘वॉश’’ तेलंगाना सरकार के नगर प्रशासन और शहरी विकास, द्वारा स्टार्टअप्स/इनोवेटर्स, अकादमिक संस्थानों, गैर-लाभकारी संस्थाओं के बीच सहयोग और साझेदारी के लिए स्थापित किया गया है। 2019 में लॉन्च किये गये ‘‘वॉश’’ ने कई गतिविधियों का संचालन किया है और वर्तमान में स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबन्धन के तहत इसके 600 से अधिक नवाचार हैं।इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रस्तुतीकरण की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में भी ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन और प्लास्टिक मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के नवाचार उत्तराखण्ड के लिए भी उपयोगी हैं, जिससे यहां पर ठोस अपशिष्ठ प्रबन्धन व स्वच्छता को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारे सामने जल स्वच्छता, स्वच्छता और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबन्धन चुनौती के रूप में है जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है।
राज्यपाल ने कहा कि इसके लिए तकनीकी योजना, डेटा, निगरानी और व्यवहार परिवर्तन में नवाचारों को लागू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ‘‘वॉश’’ के सहयोग से शून्य प्लास्टिक, कचरे से धन, स्वच्छता, पानी के पुर्नउपयोग सहित अन्य उत्कृष्ट नवाचारों को लागू किया जाएगा। इसके साथ ही नैनीताल झील और अन्य जल निकायों की सफाई के लिए अनुसंधान और समाधान भी खोजे जाएंगे।राज्यपाल ने कहा कि ‘‘वॉश’’ के सहयोग से जल स्वच्छता और स्वच्छता में नवाचार सम्मेलन और प्रदर्शनी की जा सकती है। इसमें स्वच्छता से सम्बन्धित सभी हितधारकों को बुलाकर नवाचारों के बारे में जानकारी दी जाये और उपयुक्त नवाचारों को लागू किया जाये। इस दौरान सचिव नितेश कुमार झा, सचिव राज्यपाल डा0 रंजीत कुमार सिन्हा, अपर सचिव स्वाती एस भदौरिया, वाइस एडमिरल(रि0) अनिल कुमार चावला आदि उपस्थित रहे।