देहरादून। राज्य जैविक उत्पाद परिषद की पच्चीसवीं (25वीं) परिषदीय बैठक मंत्री कृषि एवं कृषि कल्याण विभाग उत्तराखण्ड सरकार / अध्यक्ष, जैविक उत्पाद परिषद की अध्यक्षता में किसान भवन में आयोजित की गयी। बैठक में जैविक कृषि के विकास एवं कार्मिकों से सम्बन्धित विभिन्न प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये। जैविक उत्पाद परिषद के वर्तमान ढांचे के सुदृढ़ीकरण हेतु 67 नये पदों को सृजित किये जाने के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्राप्त हुई है। परिषद में कार्यरत् कार्मिकों का बीमा कराये जाने के प्रस्ताव पर भी सहमति प्राप्त हुई है। प्रदेश में जैविक कृषि के सत्त विकास हेतु ऑर्गेनिक फार्मिंग एक इण्टीग्रेटेड प्रोजेक्ट तैयार कर राज्य सरकार को प्रस्तुत किये जाने पर भी बैठक में सहमति प्राप्त हुई है।
प्रदेश में जैविक कृषि से सम्बन्धित प्रशिक्षण सुविधाओं को विकसित करने हेतु राज्य जैविक कृषि प्रशिक्षण केन्द्र मजखाली, अल्मोड़ा को सुदृढ़ किये जाने के प्रस्ताव पर भी अनुमोदन प्राप्त हुआ है।
जैविक कृषि से सम्बन्धित अभिलेखों को ऑनलाईन किये जाने तथा परिषद में प्रस्तावित विभिन्न कार्यों के सम्पादन हेतु सेवा प्रदाता एजेंसियों को सूचिवत किये जाने का प्रस्ताव भी बैठक में पारित हुआ है। जैविक उत्पाद परिषद को अब प्रदेश से बाहर भी कार्य करने के प्रस्ताव एवं सी०एस०आर० फण्ड प्राप्त करने के प्रस्ताव पर सहमति हुई है। बैठक का संचालन जैविक उत्पाद परिषद के प्रबन्ध निदेशक द्वारा किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों यथा कृषि, रेशम, सगंध पौधा केन्द्र, जड़ी-बूटी केन्द्र, पंतनगर विश्व विद्यालय तथा शासन से कृषि एवं उद्यान विभाग से नामित सदस्य उपस्थित थे। साथ ही तीन मनोनीत सदस्य गिरीश चन्द्र बलूनी, सुरेन्द्र कुमार पंत तथा गोपाल उप्रेती उपस्थित रहे।