देहरादून – अपर मुख्य सचिव जलागम प्रबन्धन एवं कृषि उत्पादन आयुक्त आनन्द बर्द्धन ने सचिवालय में राज्य में मानव-वन्यजीव संघर्ष को नियंत्रित करने के सम्बन्ध में जलागम, भारतीय वन्य जीव संस्थान के वैज्ञानिकों एवं कंसलटेंट्स के साथ बैठक की। अपर मुख्य सचिव ने बैठक में मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं के पीछे गांवों से पलायन के कारण कम आबादी घनत्व, एलपीजी सिलेण्डरों की त्वरित आपूर्ति सेवा का अभाव, सड़कों में लाइटों का कार्य न करना जैसे विषयों पर चर्चा की।
अपर मुख्य सचिव ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को समाप्त करने हेतु पायलट प्रोजेक्ट के तहत 5 गांवों को चिन्हित कर प्रभावी समाधानों के क्रियान्वयन को आरम्भ करने के निर्देश जलागम विभाग को दिए हैं। उन्होंने प्रोजेक्ट के तहत राजाजी-कार्बेट लैण्डस्कैप के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में मानव-वन्यजीव संघर्ष के पैटर्न का अध्ययन करने तथा क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रति स्थानीय लोगों के रूझान व धारणाओं तथा सामाजिक-आर्थिक प्रभावों का डॉक्यूमेंटेशन करने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में परियोजना निदेशक जलागम नवीन सिंह बरफाल, उपनिदेशक डॉ. एस. के. सिंह, डॉ. डी. एस. रावत, स्टेट टैक्नीकनल कोर्डिनेटर डॉ. जे. सी. पाण्डेय, भारतीय वन्य जीव संस्थान देहरादून के वैज्ञानिक डॉ. के. रमेश सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।